गति का प्रथम नियम क्या है
Gati ka Pratham niyam kya hai
गति का प्रथम नियम, यदि कोई वस्तु स्थिर है तो स्थिर ही रहेगी, और यदि गतिमान है तो गतिमान ही रहेगी, जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल न लगाया जाए।
उदाहरण के लिए यदि एक पुस्तक एक टेबल पर रखी हुई है अब यह पुस्तक तब तक अपनी विराम अवस्था में बने रहेगी जब तक की इस पर बाह्य बल ना लगे, या किसी तरह का बल खुद से इस पुस्तक पर ना लगे तब तक इस पुस्तक की स्थिति में परिवर्तन नहीं होता है इसी तरह से यदि कोई गतिमान में वस्तु है तो यह तब तक का गतिमान में रहेगा जब तक की इस पर कोई बाह्य बल न लगाकर रोका जाए यह गति का प्रथम नियम है।
इस तरह से गति का प्रथम नियम हमें बताता है कि यदि कोई वस्तु स्थिर अवस्था में है तो वह स्थिर अवस्था में तब तक बने रहेगा जब तक की कोई बाह्य बल न लगाए जाए अगर यदि कोई वस्तु गतिमान अवस्था में है तो तब तक गतिमान अवस्था में रहेगा जब तक इस पर कोई बाह्य बल ना लगाया जाए।