हीरा क्यों चमकता है कारण बताइए

Hira kyon chamakta hai 

हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है जिसके लिए क्रांतिक कोण का मान बहुत ही कम लगभग 24 अंश होता है जब प्रकाश कटे हुए तल वाले हीरे में प्रवेश करती है तो क्रांतिक कोण का मान कम होने के कारण ही बार-बार उसका पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है प्रवेश हुआ प्रकाश केवल कुछ बिंदुओं से बाहर निकलता है जहां पर आपतन कोण का मान क्रान्तिक कोण से कम होता है इस दिशा में सभी किरणें निकलती है जिससे हीरे की चमक बढ़ जाती है।

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