ससंजक बल - ldkalink
Sasanjak Bal
एक ही पदार्थ के अणुओं के बीच कार्य करने वाले आकर्षण बल को ससंजक बल कहा जाता है।
उदाहरण
1. लोहे के अणुओं के बीच आकर्षण बल
लोहे के अणुओं के बीच कार्य करने वाले आकर्षण बल ससंजक बल कहलाता है क्योंकि यह एक ही पदार्थ के अणुओं जैसे कि लोहे के अणुओं के बीच कार्य करने वाला बल है।
2. जल के अणुओं के बीच कार्य करने वाला बल
जल के अणुओं के बीच कार्य करने वाले आकर्षण बल को ससंजक बल कहा जाता है क्योंकि यह एक ही तरह के पदार्थ के अणुओं जैसे कि जल के अणुओं के बीच लग रहा है।
ससंजक बल के कारण ही द्रव की जो छोटी-छोटी बूंदे होती है वह एक साथ मिलकर बड़ी बूंद का निर्माण करती है
ठोस पदार्थ में ससंजक बल का मान अधिक होता है और इसी कारण उनके अणु आपस में दृढ़ता पूर्वक एक दूसरे से बंधे होते हैं यही कारण है कि ठोस का एक निश्चित आयतन तथा आकर भी होता है जबकि द्रव में से ससंजक बल का मान बहुत कम होता है जिसके कारण उनका कोई निश्चित आकार नहीं होता है और गैसों में ससंजक बल का मान नगण्य होता है तथा उनमें विसरण का गुण भी पाया जाता है।