विस्थापन (displacement) - ldkalink
विस्थापन वस्तु की एक निश्चित दिशा में हुए परिवर्तन को दर्शाता है इस प्रकार विस्थापन को किसी वस्तु की स्थिति में हुए परिवर्तन के रूप में परिभाषित किया जाता है विस्थापन (visthapan) को इसकी परिभाषा (definition) से इस तरह से भी परिभाषित किया जा सकता है।
विस्थापन किसे कहते हैं
वस्तु की स्थिति में हुए परिवर्तन यानी वस्तु की अंतिम स्थिति और प्रारंभिक स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहा जाता है विस्थापन एक सदिश राशि है इसका मान धनात्मक, ऋणात्मक तथा शून्य भी हो सकता है।
इसे तीर के निशान द्वारा दर्शाया जाता है तीर के निशान द्वारा यह बताया जाता है की वस्तु की प्रारंभिक स्थिति पहले किस जगह पर थी और अंतिम स्थिति तक किस ओर से होते हुए गई है।
उदाहरण/example
माना कोई वस्तु है जिसकी प्रारंभिक स्थिति A बिंदु पर है थोड़े समय बाद वस्तु की स्थिति B बिंदु पर हो गई इसी तरह से हम देखते हैं कि थोड़े समय और बाद वस्तु की स्थिति अब C बिंदु पर है।
अब यदि हमें वस्तु के विस्थापन की गणना करना है की वस्तु कितनी दूरी चला है तो इसके लिए वस्तु की प्रारंभिक स्थिति और अंतिम स्थिति को देखते हैं और फिर इसके बीच की न्यूनतम दूरी को निकालते हैं यही विस्थापन का मान होता है।
Note: विस्थापन में पथ की लंबाई को नहीं देखा जाता है सिर्फ वस्तु की प्रारंभिक स्थिति और अंतिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को ही मापा जाता है।
विस्थापन का मान दूरी के बराबर कब होता है
यदि वस्तु एक सीधी रेखा में गति करती है तो इस स्थिति में वस्तु द्वारा तय की गई दूरी का मान विस्थापन के बराबर होता है।
विस्थापन कितने प्रकार के होते हैं
विस्थापन तीन प्रकार के होते हैं धनात्मक, ऋणात्मक, और शून्य भी हो सकता है।
विस्थापन का मान शून्य कब होता है
विस्थापन का मान दो स्थितियों में शून्य हो सकता है यदि वस्तु विरामवस्था में है तब विस्थापन का मान शून्य हो सकता है और जब वस्तु एक जगह से चलना प्रारंभ करता है और चलकर अपने प्रारंभिक स्थान पर वापस आ जाता है तब इस स्थिति में भी विस्थापन का मान शून्य होता है।
उदाहरण
1. मान को एक बाल है इस बाल को ऊपर की ओर फेंका जाता है थोड़े समय के बाद बाल फिर से नीचे आकर अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाता है तो यहां पर वस्तु का विस्थापन शून्य हो जाता है।
2. एक व्यक्ति है जो एक स्थान से चलना प्रारंभ करता है और थोड़ी देर चलकर वह फिर से अपनी प्रारंभिक स्थान पर वापस आ जाता है तो व्यक्ति का विस्थापन शून्य होगा।
विस्थापन कौन सी राशि है
विस्थापन एक सदिश राशि है क्योंकि इसमें दिशा और परिणाम दोनों होता है