ठंड ऋतु में ऊनी कपड़े क्यों पहनते हैं - ldkalink
ठंड ऋतु में ऊनी कपड़े क्यों पहनते हैं ?
"ऊन के रेशों के बीच वायु भारी होने के कारण यह शरीर की ऊष्मा को बाहर आने से रोकता हैं क्यों की ऊष्मा वायु का एक कुचालक है अतः ठंड से बचने के लिए लोग ऊनी वस्त्र पहनते है।"
वायु ऊष्मा का कुचालक होता है से आशय यह है कि उन के रेशो के बिच में हवा के होने से बाहर की उष्मा को ना तो शरीर के अंदर आने देती है और ना ही शरीर के अंदर की ऊष्मा को बाहर जाने देती है।
उदाहरण/example
सर्दी (sardi) में शरीर का तापमान बाहर के वातावरण के तापमान से अधिक होता है अतः जाड़ों (jado) में शरीर की ऊष्मा बाहर ना जाए इसीलिए ऊनी कपड़े पहना जाता है अब आपको यह अच्छे से समझ आ गया होगा की ठंड ऋतु में ऊनी कपड़े क्यों पहनते ( (thand ritu me uni kapde kyu pahante hai) हैं।
शरीर के अंदर की ऊष्मा के बाहर नहीं आने के कारण शरीर गर्म बना रहता है जिससे ठंड कम लगती है।
इसलिए सर्दियों में गर्म (garm) कपड़े जैसे की स्वेटर (sweter) के पहनने से शरीर की रक्षा हो जाती है इस तरह के कपड़े पहनने के बाद व्यक्ति आरामदायक महसूस करने लगता है।