प्रकाश का अपवर्तन किसे कहते हैं - ldkalink

प्रकाश का अपवर्तन (refraction of light) क्या है जब कभी भी कोई प्रकाश किरण किसी एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है तो इससे प्रकाश किरणों वेग और दिशा दोनों बदल जाती है।

इस प्रकार प्रकाश किरण का अपने पथ से विचलित हो जाना यह घटना प्रकाश का अपवर्तन (prakash ka apvertan) कहलाती है। 

इस प्रकार प्रकाश के अपवर्तन के अर्थ को यदि हम इसकी परिभाषा (paribhasha) और इसके एग्जांपल से समझे तो ऐसे बड़ी आसानी से समझ सकते हैं।

प्रकाश का अपवर्तन किसे कहते हैं


"प्रकाश जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है तो अपने पथ से विचलित हो जाती है यह घटना प्रकाश का अपवर्तन कहलाता है जैसे की प्रकाश किरण का हवा वाले माध्यम से जल वाले माध्यम में प्रवेश करने पर प्रकाश किरण का अपने पथ से विचलित होना।"

प्रकाश के अपवर्तन का मुख्य कारण प्रकाश का एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करना है जिससे कि इसकी चाल बदल जाती है।

प्रकाश किरणे चाहे विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करें यह सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करें दोनों स्थिति में ही प्रकाश का पथ बदल जाता है।

प्रकाश के अपवर्तन के दौरान प्रकाश की आवृत्ति स्थिर बनी रहती है जबकि प्रकाश का वेग बदलने के साथ इसका तरंग दैर्ध्य भी बदल जाता है। 


उदाहरण/example

  • प्रकाश किरण का हवा वाले माध्यम से जल में प्रवेश करना प्रकाश किरण का पथ बदलना। 
  • छड़ को पानी में डुबाने पर छड़ का मुड़ा हुआ प्रतीत होना।
  • वस्तु का जल में डूबे रहने पर वस्तु का सतह से कुछ उपर उठा हुआ दिखाई देना।